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पेहनाने प्रगट दूरी शड़तो नथी. तेवी ४ रीते, पृथ्वीजयनां भुव पा खव्यस्त उपथी बेहनानो अनुलव उरे छे. परंतु, तेने प्रगट करी शडलां नथी. खायो नवाज ५.. गए।धर श्री सुधर्मास्वामी द्वारा 'खायारांग सूत्र' ना 'शस्त्र परिज्ञा' नामनां प्रथम अध्ययनमां पोतानां शिष्य श्री कंजुस्वामीने खायेल छे.
+ पृथ्वीहाय भयोनी हिंसाथी जयवानां सरल उपायो :
(1)
जेतीमां भेडापाथी, खसंख्य पृथ्वीहायनी direct विराधना थाय छे. तेथी, खेतीमा भेडावुं नहीं.
(२) जेतरमां खेडाए। थाय, त्यारे उपरनी यार जांगणथी नीयेनी भाटी उपर खाये छे जने उपरनी माटी नीये भय छे. तेथी, यार सांगण नीयेनी माटी सचित्त होवाथी, खेडायेल जेतरनी खावी भारी उपर यालयानं राजपुं. खावी सचित्त भाटीने सडवा मात्रची या, असंख्य पृथ्वी डायनां भुवोनी विराधनानो होष लागे छे .
(3) ज्यारेड गामडामाथी पसार थतां, जोहायेस जाडाखोनी सचित्त भारी उपर अथवा तो शहरमा पए। डोर्घवार टेलिननां पायरनां समाराम निमित्ते अथवा जिल्डींगना बांधडामाहि माटे, जोहायेस जाडारजोनी जाबुमां, रस्ता उधर रहेल सचित्त भाटीनां ढगलां उपर यासवानुं दूरथी ४ राजपुं. रजा सयित्त भाटीने जडवा मात्रथी पए।, जसंज्य पृथ्वीजयनां भुवोनी डिसामना थाय छे. तेथी, रस्ता उपर यासती वेणाखे, खापी माटीनो स्पर्श लूलथी पए। न धर्ध भय, तेनी पूर्ण डाग राजपी.
जिल्डींग इंस्ट्रक्शननी सार्धनमां राज्य होय तो, direct डे indirect रीते पड़ा, भेडावानं राजवं. डाग है, बिल्डींग उली डरतां पूर्वे, जिल्डींगनां पाया माटे, उँडा जाडाजो जोहाय छे. तेथी, खा जोहायला ठंडा जाडा निमित्ते खसंख्य-खसंज्य सचित्त पृथ्वी अयनां भवानी हिंसानो दंड लागे छे.
(4)
सुरंग शेडवाहि डार्योगां न भेडावं. डारएग डे, पृथ्वीनां यार खांगण नीयेनी माटी सचित्त होय छे.
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रसोडा खाहि निमित्ते पथरातां मीठानां माध्यमे यती जिनकी संजय पृथ्वी डायनां भपोनी हिंसाना हंडथी पए। जायगा समग्र
No.
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Date
KOKUYO W-NB280U