________________
२१
नवाजन्यः
प्रश्न-द:
No.
यारेजाबुथी सील-पेड डरायेल सेवा खेड मडानमां अथवा पेटरीमां, पात्रो वगाडयामां खावे खने छतांय, जवान बहार संलणाय छे. अर्धया स्थणे डाएणं हे तिराड पाड्यां पिना, सील-पेड मअन डे पेटीमांथी, इसी सेवा शन्होनां पुद्गलो मे बहार नीडजी राहतां होय तो पछी, खइयी खेवो खात्मा तो, तिराड के डाएं पाड्या विना सहेलार्धथी बहार नीडजी ४ राडे छे. खेमां होर्ध नवार्धनी बात नथी. इपी सेवा खवान्नां (शब्होनां) पुह्गलो मे पेटीने लेहीने नीडजी राडे तो पछी, खइपी खेवो 'खात्मा' शा माटे न नीडजी राडे ? खुशीधी नीडजी राडे (अएं हे तिराड पाड्यां विना) .
Date
खेडवार भवतां योरनुं वक्न दुर्या जाह, तुरंत तालपुर और जवडावीने, थोरने सला समक्ष मारी नंजाप्यो . त्यार जाह, दूरी वन्न यु, भे खात्मा नामनी वस्तु शरीरमांथी नीडजी गधे होय तो, दुर्धड अंशे, थोडु-धाएं पड़ा वन तो खोढुं धं ४ भेर्धजे. परंतु, पक्न सरजेसरजं थाय छे खने भ्राय घटाडो न थाय. तेथी, भुव खने शरीर कहां-कहां नथी. परंतु, खेड ४ छे. खने परसोड ठेवी डोर्ध वस्तुनथी. भे होय तो सिद्ध डरीने जतावो .
४वाल- दु: खरे! पन्न तो पुद्गल - भ्ड
पहार्थनो गुणधर्म छे. क्यारे, જીવ (આત્મા तो युगसथी लिन्न खेदो खइपी पहार्थ होवाथी, खात्मा नीडजपा छता? पश्नमां लेश पए। घटाडो न थाय.
खा रीते, भुव खने परलोड संबंधी शंडाजो विषे समाधान भजतां, प्रदेशी राम नास्तिक महीने जास्तिङ थया; धर्मनो जोध पामी, १२ प्रतधारी श्रापड बनीने, हुवे पछी 'हुं भयुं त्यां सुधी डायम माटे, छहूनां पारएो छहु रजने पारगे खेडासएगा डरवानी' सलिग्रह स्पीअरीने मोक्षमार्गे विशेषथी जागण पध्यां.
तेथी, सामान्यथी खा सवाल- ग्वाजो द्वारा 'भव - खात्मा', नामनी वस्तुनी सिद्धि स्पष्ट्यो यर्ध भय छे. विशेषधी खा संगे भे भएापानी भुज्ञासा होय तो, 'गएधिरवाह' नामना ग्रंथमांथी, भुपनी सिद्धि माटेनं विस्तृत विवेचन मेजपीने, पांयी शाशे .
KOKUYO W-N8280U