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No.
990
Date
पिठौन्द्रिय यो __ संसा 4 स्थावर प्रेम (सन्द्रिय)
_asalcgययन्द्रिय
બેઈન્દ્રિય તેઈન્દ્રિય ચઉરિય दुख पाय न्द्रियोः शीत, उष्ण, लीसं, परनयई पोरेनो मनुलवडरी. शहाय छ, ते स्पर्शेन्द्रियने यामडी मालारी छे. माटुं, मीj, तीj, तुरं, डयुं पोरे तस्याहनो मनुलप भरी शायडे, ते २सनेन्द्रिय (जलाने सालारी छे. सुगंप, धुप योरे गंधनो मनुलपरी शहाय छे, ते वाहोन्द्रिय (नाड) ने सालारी छे. सई, डा', पाल पोरे पर्ण तथा नुहां-गुहां खाडारपाणी पस्तुमा नेछ शडाय छे, ते यमुरिन्द्रियामांजाने मालारी छे. सवाल सालणी शहाय छे, ते श्रोतेन्द्रिय रहानाने खालारी छे.
जेन्द्रिय योने मात्र स्परोंन्द्रिय होय छे. माटे तेसो त स्पर्श पारनपार्नु म डरे छ..पए सपाइपशष्पारणी राहतां नधी. जेन्द्रिय नुयोने थामडी मने जुलहोय छे. भाटे तेसो स्पर्श मने रस पाराणी शडे छे. पा गंध, स्पडे शव पारजी राहतां नयी तेन्द्रिय लुपोने यामडी, गुलमने ना होय छ, भाटे.तेखो स्पर्श, | रस सने गंध पारजी शडे छे.पए। ३प शाह पारजी राहतां नथी. यतिरिन्द्रियन्नयोने यामडी, लुल, नाऊसने महोय छे. माटे तेस्रो स्पर्श, रस,गंध मने ३प पारजी शडे छे. पा राज पारजी शतां - नथी. येन्द्रिय नपोने यामडी, गुल, ना, खाज सने झन होय छे. , भाटे यो स्पर्श, रस, गंध, इप, शह- पायेय पारणी शडे छे.
2 पिटलेन्द्रियः रे गुयोने पायेयन्द्रियो न होय, परंतु यायधी भोछी
विनी वधारे ईन्द्रिय होय, तेभने "पिडटोन्द्रिय भुयो हेपाय. એનેય +વિકસૈન્દ્રિય જીવોનાં કુલ ભે-> એકેન્દ્રિય(કુલ ૨૨ ભેદ) +Àઇન્દ્રિા) નૈ0+ ચઉજી=૨૮ર્ભર