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No.
125)
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सपाडोध : डोडमा पृतना मनुष्यनो पंगलांगतां, टुंडार डरे छेक
ते छोधनो लाक लायो.. . छा| भान : रुहंतीना छोडमांधी पाणी टपठे छे, ते सेवा भान
महारथी डे, “सुपतिहि डरावनार छतां खोडो इजी हेमछ?' (स) भाया: घj दुरीने, सद्यगी पेलडीसो, पोतानां पांांधी इणने
छुपाये छे, ते भायानो लापनायो (स) सोल: "श्वेतलानेटले धोको खाडो, पसारा सेटले जारी
सने जितीवृक्षा पोरे पोतानां मुगलोयम रहेलां निधि तरइसजावे छेसने तेनां तरह-इलाई नया छताखोलनो लाप नएयो. सोधसंज्ञा: नलगो संदुर पए, टेशं डोडहिन लागझोडी, जहार नीऽणे छाते खोघसंज्ञानएवी. मयंया लाखो, गत्यां श्या नहोया छतांयायडवा माटे झाड, पासपोरे तर सहरीते, पोतानी
भेणे वणे छेमने तेनां परयडे. छे, पीटगाय छेकतेोद्यसंज्ञा नापी (छा हर्घटली पनस्पतिस्रोमां, मठाणे, इशल जीती उडे छे, सकते हर्घनो लाप नएापो. एसा शोड : डेरली पनस्पतिस्रो , महाणे सुडापा लागे छे, ते शोऽनो - लाप गायो.
. यशष्ग्रहाशस्ति : ल मने इंडला पोरे पनस्पतिसो, मेघाहनाधी
पल्लवित थाय छेते राष्ग्रहएानी शन्ति समन्पी. पणी, पक्षा तया छोडपामो ऊपर, संगीतनी मसर थाय छेते पर शE
ग्रहएर राति समक्षी खा उपग्रहए रातिः कुरजाति हो, सादांडार , नषयौवना स्त्रीमोना
सानिध्यथी इण मापे छे+ते उपग्रहएराति समन्वी. (२) गंधग्रहए राति: इटली वनस्पति मेवी होय छेडे, धूपनी
सुगंधधी वध छेनतेने गंधग्रहएएशहित समन्वी.(पा रसग्रहपारान्ति: जधी पनस्पतिस्रो, मगधी रसग्रहए। रे छे भने
शेरडी नेवी डेटली पनस्पतियो, भिमांधी, भधुर रस, विशेष
प्रडारे ये छे+ते रसग्रहएराति समन्वी.. (ड) स्पर्शग्रहए। राति: पनस्पतिने सडतां, तेनां शरीरमा स्पंहन धाय छे
सने सनयंती पोरे संडोयाई भय छे+ते स्पर्शग्रहए सहित सभापी. () रोगः नेम नुपंत प्राणीसोने, दुही-ट्टी भतनां रोगो लागु पडेछ,
KOKUYO W-NB2804