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[१५] उजमणा पीछे श्री संघ की चौमासा की विनंती होने पर २००९ का चौमासा इन्दौर में हुआ । चौमासा बाद देपापुर में अनेक प्रकार की तपस्या का उजमणा होने से देपालपुर पधारे । वहां उजमणा करवाया और कमलप्रभा श्री, हेमप्रभाश्री की दीक्षा इन्दुश्रीजी के नाम से हुई वहां से विहार करते अनुक्रमे महिदपुर पधारे कारण के नवपदजी का पट शिखरजी के पट की प्रतिष्ठा तपस्या विगैरे का उजमणा आनंद पर्वक करवाया। श्री संघ की आग्रह भरी विनंती स्वीकार करके २०१० का चौमासा महिदपुर हुआ चौमासा में व्याख्यान धर्म कार्य करते चौमासा पर्ण किया गामानुगाम विहार करते रतलाम पधारे वहां से सुश्रावक रतिचंदजी बौराना ने भोपावर का संघ निकाला भोपावर में श्री शांतिनाथ भगवान के दर्शन करके राजगढ़ पधारे । कारण के परम पूज्य आचार्य देवेश चन्द्रसागरजी वहां पधारे उनकी निश्रा में १० नूतन साध्वीयों की बड़ी दीक्षा दशवकालिक का जोग करवाया। वहां बांसवाड़ा श्री संघ की अतीव आग्रह भरी विनंती होने से २०११ का चौमासा बांसवाड़ा में किया वहां धर्म कार्य व्याख्यान का लाभ लेते चौमासा पूर्ण किया और केशरीयाजी की यात्रा के लिये विहार किया बड़ा गांव, सावरा होकर आसपुर पधारे वहाँ पूज्य त्रैलोक्यसागरजी महाराज विगैरे ने उपधान की