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दिन पर दिन शरीर कृप होने लगा. आखिर मु० रतलाम में सं० १९९० मिती फागण मुदि १५ गुरुवार को ६७ वर्ष की वय में पंचपरमेष्टि के शुभध्यान में आपका देहान्त होगया, अंतसमयमें आपकी स्मृति अच्छी रही और श्रीकल्याणश्रीजी म० आपको जिनेन्द्र प्रभुका स्मरण कराने में व विनय वैयावच्च भक्ति में किसी तरह त्रुटि नहीं की ।।
मन्नालाल चोपड़ा
रतलाम. - इस पुस्तक के छपाने में द्रव्य सहायता देनेवाली,
. सुश्राविकाओं की नामावली जे०
पुखराजनी माता रु. १०) से० आनन्द कँवरबाई रु. छगनलालनी माता रु. ना० पानकँवरवाई रु.५०) रुपांबाई भतकाबाई रु. ४०) गुलाबबाई रु. ७) मुरजबाई रु. ३५) मीनाबाई रु. ७) भूरीबाई कस्तूरांबाई रु. २५) सुरजबाई केसरबाई रु. २५) गजरांबाई रु. ५) छगनीबाई रु. २०) छूटक रु. १५)