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॥ श्री वीतरागाय नमः ॥
प्राचीन स्तवन ज्योति
पुष्प- तीसरा
प्रकाशक श्री मेन साहित्य प्रकार.न के अन्तर्गत,
श्री दिव्य दर्शन प्रकाशन आत्मानंद जैन सभा भवन भी वालों का रास्ता, जयपुर-३
. प्राप्ति स्थान : दिव्य दर्शन कार्यालय | जेठालाल चुनीलाले चतुरक्षसः चिमालाल
घी वाला कालुशीती पोल,, अमदाबाद-११ .
३५५, कलबादेवी रोड
बम्बई-२ दिव्यादर्शन शास्त्रा संग्रह
पंकुबाई ज्ञाना मंदीरेबेबेवालीवासः-शिवगंज ( राजस्थान))