________________
विषयवार सूची
४९३
विषय पेन | विषय
पेज -सब कोपार्सनरोंका मुद्दालेह बनाया जाना ५१९ | मेधातिथि
१३।१६ -बाप के जाती कर्जे की डिकरी
मेनेजर -चापका नाबालिस के दावेमें समझौता करना ५२२ -मुश्तरका खानदानके अधिकार ४८९ से ४९२ -जायदाद का इन्तकाल
५२४
-हिसाब देने की जिम्मेदारी -नाबालिग होने पर जायदादकी खरीदारी ५२५ -क्री लेने का अधिकार
४९४ -बापके द्वारा इन्तकाल
५२६ -कारोबार चलानेका आधिकार ४९६ -आखिरी हिस्सेदार के द्वारा इन्तकाल
५२९
-जायदाद का इन्तकाल करनेका अधिकार ४९८ -जायदादके मुनाफेका इन्तकाल
-रेहननामा, बैनामा करना -दावा या वसीयत करना ५३० -कर्जमें सूदकी दर
५०१ -कर्जा चुकाने के लिये इन्तकाल
-दायभागलॉका मुश्तरका खानदानका ५५७ -अदालतकी डिकरीसे नीलाम
यज्ञोपवीत-देखो हिन्दू जाति -खरीदारके हक व जिम्मेदारियां ५३६ रवाज -जिसका हिस्सा बिक गया हो उसकी स्थिति ५४० -स्मृतिके विरोध वाजकी प्राधान्यता -हिस्सेदार जब अपना हिस्सा छोड़ दे ५४. -आचार और रवाज एकही है -दिवालिया हो जाना
५४१ |-कुटुम्बकी खाज साफतौरसे सानित की जाय १९ -फर्मका दिवाला जाना
५४२ -कानून बनानेका आधार है -बापका दिवालिया होना
५४३ -तीन तरह की होती है -जायदादका इन्तकाल मंसूख कराना ५४४ -कैसे साबित की जायगी -दान, विक्री रेहन, की मंसूखी ५४४
-शहादत -कौन मंसूख करा सकता है
-कन बंद समझी जायगी गर्भके बालकका हक्र
५४९।५५१
-सुबूत किसके जिम्मे होगा दायभाग लॉ के अनुसार
५५२ -नाजायज कौन है -लड़के पैदाइशसे हकदार नहीं होते ५५३ -विवाहमें नाजायज होना -बापको पूरे हक हैं जायदाद पर ५५३ | -नामबुद्री ब्राह्मणोंमें 'सर्वस्वाधनं' विवाहका ११२ -लड़के वापसे बटवारा नहीं करा सकते ५५४ | रखेली औरत -पैतृक सम्पत्ति कौन है
५५४ |-की अवस्था और दशा तथा अधिकार -कोपार्सनर कौन है
-शूद्र कौम की उसकी लड़कीका ब्याह वैश्यसे कोपार्सनरी जायदाद
५५५
जायज़ होना -सरवाइवरशिप
| रिवर्ज़नर -मेनेजरके अधिकार ५५७ -किसे कहते हैं
८१२ बटवारा करानेके इक
-जायदादमें स्वार्थ -डिकरी भरण पोषणकी खानदान पर ८९७ -सीमाबद्ध स्त्रीके इन्तकालका दावा
दान मिलना खानदानके मेम्बरोंको ९६६-जायदादको बरबादीसे रोकनेका दावा ८१७ -वसीयत मेम्बरोंको ९९४-अदालतका विचार दावा पर
०१०
५४७
५५४
५५६
८१५