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बटवारा
[आठवां प्रकरण
में से बराबर बराबर हिस्स पायेंगे यानी के हिस्सेमें से तो और कुल जायदादके हिसाबसे हिस्सा पावेंगे एवं छ, और उसके पुत्र छ१, छर, छ३, ये चारों हर एक हिस्सेमें से हिस्सा पावेंगे यानी कुल जायदादके हिसाबसे हिस्सा पावेंगे। सब हिस्सेदारोंको जायदादमें निम्न लिखित हिस्से मिलेंगेगगे। गैग;
घधेचच चे छ छ छै ४ छ (३) अ, नामका एक हिन्दू जो मदरास स्कूल आव हिन्दूलों के प्रभुत्वमें रहता था अपने पोते ग, और सात परपोते छोड़ कर मर गया, वंशवृक्ष देखो
भ+
व
+
घ+
च+
गर ग२ ग३
घर चर
चर छ? + यह निशान जिनमें लगा है वे सब मर चुके हैं। अब देखिये ग१, मर, च१, च२, और छ१ ने बटवारेकी नालिश ग, ग३, घ१, पर की। यहांपर यह निश्चित करना है कि पक्षकारोंका वास्तविक हिस्सा जायदादमें क्या है ? यह साफ़ है कि इस मुश्तरका खान्दानकी दो शाखायें हैं। इसलिये जायदाद दो हिस्सोंमें बांटी जायगी । क, की शाखाको ३ और ख, की शाखाको हिस्सा मिलेगा। क, की शाखामें ग, और उसके तीन पुत्र ग१, गरे, ग३, हर एक आधी जायदादका हिस्सा पावेंगे अर्थात् कुल जायदादमें से है। इसी तरह पर ख, की शाखामें उसके तीन पुत्र घ, च, छ, होनेके कारण पहिले आधी जायदादमें तीन भाग किये जायेंगे। पीछे हर एक भागमें से उनके पुत्र अपने बापके हिस्से में से बराबर बराबर लेंगे अर्थात् घ, च, छ, हर एक हिस्से की जायदादका हिस्सा पावेगे यानी कुल जायदादका हिस्सा घ१ पावेगा
च? और चर, हर एक का आधा आधा हिस्सा पावेंगे, यानी हर एक ३। और छ१, पायेगा.
ऊपरके पांचों वादियोंने (ग१, ग२; च१; च२, छ१.) अपना अपना हिस्सा लेकर मुश्तरका खानदानको छोड़ दिया। पहिलेकी तरहपर ग, ग३, और घ१, मुश्तरका रहने लगे इनके हिस्से निम्नलिखित थे-गग,,.