________________
दफा १६८-१६६]
कौन लड़के गोद हो सकते हैं
दफा १९८ सौतेली लडकीका लडका
पञ्जाबमें होशियारपुर जिलेके, जाटोंके बीच में सौतेली बेटीके पुत्रकी दत्तक जायज़ मानी गई देखो--No 59 of 1874. दफा १९९ बहनका लडका
(१) दक्षिणी हिन्दुस्थानके ब्राह्मणोंमें बहनके बेटे और बेटीके बेटे को गोदलेनेका रवाज है और वहां जायज़ माना गया हैदे खो--9 Mad. 44 (F. B.); 1 M. H. C. 420.
(२) दक्षिणी कनारा(मदरास)प्रांतके सारस्वत ब्राह्मणोंमें बहनका बेटा रवाजके अनुसार जायज़ माना गया है देखो--4 Bom. L. R. 140; 4 Bom. H. C. ( A. C. ) 130; 22 Bom. 978-976.
(३) उत्तर पश्चिम प्रांतोंके बोहरा ब्राह्मण, बहनके बेटोंको गोद ले सकते हैं देखो 14 Al. 53; विरुद्व देखो 24 All. 194.
(४) शूद्र कौममें बहनके बेटे को गोद लेना सब जगह जायज़ है 1 Mad. 62; 10 Cal. 6887 2 All. 328.
(५) रवाजके अनुसार पञ्जाबमें बहनका बेटा गोद लिया जासकता है यदि कोई रवाज इसके विरुद्ध साबित न की जाय । पञ्जाब No 24 of 1867; 88 of 1857; 50 of 1874; 35 of 1874; 1 of 1875; 50 of 1875; 149 of 1883; 3 3 of 1886; 119 of 1882; 128 of 1886, 197 P. R. 1889; 24 P. R. 1900; 79 P. R. 1901.
अगर बहनका बेटा भिन्न शाखावाले कुटुम्बियोंकी मौजूदगीमें गोद लियागया हो और उनकी मञ्जूरीगोद लेनेमें न लीगई होतो वह नाजायज़ है यदि कोई खास रवाज होतो दूसरी बात है देखो 21 P. R. 1892, 102 P. R. 1893; 92 P. R. 1894. 35 P. R. 1896; 39 P. R. 1897; 29 P. R. 1904.
(६) जैनियोंमें बहनका बेटा गोद लिया जासकता है 1 All. 288; 1 All. 6887 5 I A. 87,
(७) मलाबारके नाम बुद्री ब्राह्मणोंमें बहनका बेटा दत्तक हो सकता है देखो-7 Mad. 3.
(८) तनजोर, विचनापोली, और तिनेवली ज़िलोंमें तथा बोहरा ब्राह्मणों में जो उत्तर पश्चिम भारतके उत्तरीय जिलोंमें रहते हैं, मलाबारके नाम बुद्रियोंमें और कनाराके सारस्वत ब्राह्मणोंमें, बहनका लड़का गोद लेना जायज़ माना गया है । जो नज़ीरें लड़कीका लड़का दफा १६७ के सम्बन्धमें ऊपर कही गई हैं वही बहनके लड़केसे भी लागू होती हैं क्योंकि सिद्धांत एकही है दफा १७७, २३२ भी देखो।