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फ
पोयणडर-पोतनपुर identified with तक्षशिला । फड D-(=मण्डली) in अप्फडि. M. फड पोट-प्रौढ पोत्त-पोत्र (वर) M. पोत
बइह-see बइसइ Past Part M. बैठा, बैठक, पोस्थय-पुस्तक M. पोथी
H. बैठ पोप्फल-पूगफल M. पोफळ
बइसइ-उपविशति Col M. वइस, बैसणे पोमलच्छि-पग्रलक्ष्मीः कमलश्री: Paraphrase of | बहसणय-उपवेशनकं (=सिंहासन) In all the
of proper names is our author's passages where it occurs it is habit
closely associated with रज्जु. एह पोमाइउ-for पामोइड overjoyed. तउ सोहग्नें
संपय इउ बइसण रज्जु XX[ 6,93B जणु पोमाइउ VIII 19, 5 Jacobi's 8,7 and 9,7 genial suggestion
बइसारह-उपवेशयति Causal of बइसइ पोसइ-पुष्यति
बईसह बहसह पोसह-पौषध
बज्झइ-बध्यते
बद्ध-Skt. फंस-स्पर्श M. फांस
बधुयत्त-बन्धुयत्त Loss of anuswara for फंसइ-स्पृशति
metre फंसण-पांसन
बंदिग्गह-बन्दिग्राह फग्गुण-फाल्गुन Marwadi फागण, फाग बंदिण-बंदिन Bard फट्टर D-(स्फटति) दारयति
बंध-बन्ध फंदह-स्पन्दते
बंधा-बनाति फरसु-परशु M. फरस
बंधण-बन्धन फरहरंत-onomatopetic
बंधव-बान्धव Coll M. बंधव फल-Skt.
बंधु-Skt. फलय-फलक
बंधुयत्त-बन्धुदत्त A name फलह-,
बप्प D-=पितृ) M. H. पाप, G. बापु, बापुजी फलिह-स्फटिक
बंभयारि-ब्रह्मचारिन् फले-फलति
बंभचेर-ब्रह्मचर्य फार-स्फार M.फार
बंभत्तण-ब्रह्मत्व (बामणत्व) फाडिय D-(स्फाटित) M. फाडलें
बय-बक फाय-( स्पार्शक) स्पर्शयोग्य
बल-Skt. फिट D-(प्रश्यति) M. फिटणे
बलवंत-बलवत् फुहर-स्फुटति M. फुटणे, म. फुरना - बलि-लिन्
बलिकिय-लिक्रिया फुडिय-(धत said of अधर) स्फटित M.फुटलेला बलिवण्ड D-(बलात्कार) कर लिवंडउ च बकर फरा-स्फुरति
मंछल अहिमुहं Sar. Kanth p. 130 फुल्ल-Skt.
M. वडी फुसइ D-स्पृशति (=मार्टि) He. Gr. IV 105 | बब्बर-पर्वर a tribe, coupled always with फेडइ D-(स्फेटयति?) M. फेडणे. Causal of the Khasas
फिड! see पंचेडिय ef. थाउ वि फेह तासु बहल-Skt.