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., परियणि
" तव
9 कन्दु for कण्डु
7 चोरई
चोरह 13 परियणु
अणुज्जुअ-वकई , अणुज्जु अवका __ मणि व्वहइ , मणिव्वहइ XXII 12 किं खवयई , किंखवयई III. 4 सललिम
ससलिल
XXIII 8 तुरिय? , तरिव० 9 मयणुकोवणंग० , मयणुकोवणंगु
तुरिय पमुहाइ ..., तरिवपमुहाइ. Ja12 मयरंदरसि , मयरंदरसु
cobi reads toate and doubtIV 7 अहिसिंचिय फलमंगल० ,, अहिसिंचिय
fully suggests TEET EIE as फलमंगल.
explanation. But our read10 जुवाणभावि , जवाणुभाबि
ing gives a clear sense the V4 दप्पसारु , दप्पसाडु
people, i. e. the leader and विणयविहेय विणय विहेय
others.' VII 5 पर महु . , परमहु | XXXIV 2 परिमुक्कचाय चक्कलिय० , परिIX 9 वणितणुरुह रहसेण ,, वणितणु रुहरहसेण
मुक्कचायचक्कलिय० X6 पिउ , जंपिड
12 महुरसाई , मुहरसाई XI 4 सरूव दुकृत्तणु भासइ ,, सरूवदुकृत्तणुभासइ 16 कोवि च्छुडु , कोबिच्छुडु XII 8 एक्कसरीर० , एक्कुसरीर०
SANDHI IV विहि भायहिं , बिहिभायहि II 6 मंच्छुड्डु . for मं च्छुडु XIII9 फुडु तडवियडपटुत्तरिण,फुडुतडवियड.
7 विसरियएणइ , विसरिय एणइ.JaXIV 5 तउ .
cobi's text lacks some words 8 करहं तउ
in the first half of the line. विमण्णिउं विमणि
11 मुफकुसु मत्तगउ , मुकं कुसुमत्त गउ 13 आसि गहणु आसिगहणु
III 10 अइमुत्तयमंडइ दुभहो,, अइमुत्तयमंडइदुभहो णवि सड ण विसउ
IV 4 संझतेयतंबिर सराय ,, संझतेयतविरसराय XVI 3 णेहमहातरु . ,, णेह महातरु
वित, ____4 कलितरुवरहो , कलितरु वरहो
V 3 गय पयहिणंति , गयपयहिणंति XVIII 7 बहु रइवयणालाउ , बहुरइ वयणालाव
14 सउरिसहं . , सरिसहो The XIX1 पुरिसव्वउ , पुरिसिम्बउ
former would be more in 3 सुहपाणिग्गहणि , महिपाणिग्गहणि ___keeping with अवगणंतह 7 अम्हहं , अम्हहिं,
VI 1 सुहिसयणमरणभउ., सहिसयण मरणभउ although the latter is not 5 णिरुद्धपवणुच्छवेण ,, णिरुद्ध पवणुच्छवेण quite incorrect. Possibly the VII 8 वियप्पएस , वियप्पए सु s is due to the influence of 9पुत्ति चोज्जु पुत्तिचोज्जु also the following word.
_in 1. 10 and 11. XXI3 चायदायपाडिवाय, चाइदाइ etc. VIII7 ०पुरुसा इव ,पुरुसाइव
But the latter, though a bit रंथि पलित्तइं , रंथिपलित्तई obscuring the sense, is not 14 सुरइ समत्तई सुरवइसम्मत्तई incorrect.
16 विहिवसेण , विविहिवसेण 5 मरिंद हो and समहडविंद हो ,, नरिंदहो ___णीसहसदुत्थई , णीसहसुदुत्थइ ससहविन्दहो. Jacobi reads नरिन्दो.| IX 2 सुख रवण्णउं , सुठुरवण्णउं
" करंतउ
6 वितत्तु