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नवतत्व प्रकरण अहिगरणिया। पानसिया पारतावणी किरिया । पाणांई वाया रंनिय। परि ग्गहिया माय बत्तीया॥१९ ॥ मिला दंसणवत्ती । अपच्चरकाणाय दिहि पुष्ठीय । पामु चिय सामंतो । वणीय नेसत्थि साहत्थी॥ २० ॥ आणवणि वियारणिया अणनोगा । अणवकंख पञ्चश्या । अन्ना पग समुदाण । पिऊ दोसे रिया वहिया ॥२१॥ समई गुत्ती परिसह । जइधम्मो नावणा चरित्ताणि । पण तिग ऽवीस दस बारह । पंच नेएहिं सगवन्ना ॥ २२ ॥ शरिया नासै सणा दाणे । नचारे समई सुय । मणगुत्ती वयगुत्ती । काय गुत्तीय अव्हा ॥ २३ ॥ खुहा पिवासा सी नन्हं । दंसा चेला रइत्थिन। चरिया निसीहिया सिझा । अक्कोस वह जायणा ॥ २४ ॥ अलान रोग तणफास । मल सकार परीसह । पन्ना अन्नाण सम्मत्तं । इय बावीस परीसहा॥ ॥२५॥ खंती मद्दव अऊव । मुत्ती तव संजमेय वोधवे। सच्चं सोयं अकिंच णंच । वनंच जइ धम्मो ॥ २६ ॥ पढम मणिच मसरणं । संसारो एगयाय अन्नत्तं । असुश्त्तं आसव संवरोय । तह निऊरा नवमी ॥ २७ ॥ लोग सहावो वोही । मुलहा धम्मस्स साहगारिहा। एयान लावणान। जावेयवा पयत्तेण ॥२८॥सामाश्यत्थ पढमं। नावणं नवेवीयं । परिहार विसु घीयं । मुहमंतह संपरायंच ॥ २९ ॥ तत्तो अहरकायं । खायं सबंमि जीव लोगंमि । जं चरिकण सुविहिया। वचंति अयरा मरंठाणं॥३०॥णसण मूणो इरिया। वित्ती संखेवणं रसच्चा । काय किलेसो संलीणयाय । वझो तवोहोइ ॥३१॥ पायबित्तं विण । वेया वचं तहेव सज्ञान । जाणं उस्सगोविय अप्रिंतर त होइ ॥३२॥ वारस विहं तवो निऊराय । वंधोय चन विग प्पोय । पयइ ठिई अणुनागो। पएस एहिं नाश्वो ॥ ३३ ॥ पयई सहावा वुत्ता । ठिई काला वहारणं । प्राणुनागो रसोणेन । पएसो दल संचन ॥ ॥ ३४ ॥ पड पमिहार सि मझा । हड चित्त कुलाल नंमगारीणं । जह एएसिं नावा । कम्माणवि जाण तहनावा ॥ ३५ ॥ संतपय परूवणया। दव पमाणंच खित्त फुसणाय । कालोय अंतरं जाग । नावे अप्पावर्ड चेव ॥ ३६ ॥ संतं सुध पइत्ता। विऊंांतं ख कुसुम वन असंतं। मुरकत्ति पयं तस्स नपरूवषा मरगणा ईहिं ॥ ३७ ॥ गइ इंदिय काए।