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________________ भ्रम विध्वंसनम्। संवरसमा याणंति. थेरा विवेगं ण याणंति. थेरा विवेगरस अल रण याति. थेरा विउलग्गं ण याणंति. थेरा विउसग्गस्स अटुं सामालि. तरणं शेरा भगवंतो कालावसेविय पुत्तं अणणारं एवं बयासी जाणामो णं अजो सामाइयं. जाणामो रणं अजो लामाइयस्त अट्रं जाव जाणामो णं. घिउसग्गरस अट्रं। तब से कालासवेलिय पुत्ते अणगारे ते थेरे भगवंते एवं क्यामी जइणं अजो तुब्भे जाणह सामाइयं जाणह सामाइयरस अटुं, जाव जारणह विउसग्गस्स अटुं, के भे अजो सामाइए के अं अज्जो सामाइयस्स अट्टे जाव के भे विउसग्गाल अतएवं ते थेरा भगवंतो कालासवेसियपुत्तं अणगारं एवं क्यालो आयाणे अजो सामाइये, आयाणे अजो सामाइया . जाव विउसग्गस्स अट्ट । । भगवती श०१ उह। शंकाले त तणं समये. पा० पार्श्वनाथ ना शिष्य. का० कालासर्वसिय पुत्र अणगार सार जमिडा. थे० श्री महावीर ना शिष्य ' है श्रुतवन्त छै. ते० तिहां. उ० पाये. श्रावी में. थास्थविर भगवन्त ने इम कहे. थे० स्थविर सामायिक समता भाव रूप में तुम्हे न जानता. थे. साम पणा थी स्थविर सामायिक अर्थ. नथी तुम्हे जाणता. थे० स्थविर पचक्खाण पौरसी प्रनुव तुम्हे नथी जाणता. थे. स्थविर पचक्खाण अर्थ प्राश्रव ने रूंधवं ते नथी जाणता. थे स्थविर संयम जाणता नथी. थे स्थविर संयम नों अर्थ नथी जाणता. थे स्थविर सम्बर में नया मागता. थे. स्थविर सम्बर नों अर्थ नथी जाणता. थे स्थविर विवेक नथी जाणता. थे रिर विवेक नों अर्थ नथी जाणता. थे स्थविर कायोत्सर्ग न करवू नथी जागता. थे० मदिर कायोत्सर्ग नूं अर्थ नथी जाणता. त तिवारे. थे. सथविर भगवन्त. का० कालासोसिय पुत्र मार ने ए. इम कहे. जा. जाणो इं है. अ.हे पाय ! सा० सामायिक. जा० जाणी इंछ अहे आर्य ! सामायिक नों अर्थ जा० यावत उ.2 जाणी इंछ. अहे प्रार्थ ! वि. कायान्स नों अर्थ . त तिवारे. का कालासोमिया पुत्र. अ अगार. थे० रातिर भगान्न न हम कहे. ज० जो अहे प्रार्यो ! तुम्हे जाणो छो साः सामायिक न
SR No.032041
Book TitleBhram Vidhvansanam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayacharya
PublisherIsarchand Bikaner
Publication Year1924
Total Pages524
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size40 MB
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