________________
( = )
श्री आत्मानन्द जैन शिक्षावली
छोटे बच्चों को जैन-धर्म का पूरा २ परिचय कराने के लिये यह शिक्षावली बड़े परिश्रम और व्यय से तैयार की गई है। भाषा सरल और सुगम है, लिखाई, छपाई स्वच्छ और सुन्दर; विषय रोचक और पुस्तक सचित्र है । सूल्य इस प्रकार है:
पहला भाग
दूसरा भोग तीसरा भाग
चौथा भाग
}
प्रेस में
:.
:
मन्त्री, श्री आत्मानन्द जैन सभा,
अम्बाला शहर |