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________________ ( 48 ) विहार के दरमीयान इस गाँव को छोड़ देते हैं / गाँव में पोस्ट ऑफिस और स्कूल भी है / 38 उमराला रेतीली-कालुनदी के उत्तर तट पर यह कस्बा वसा है, जो भावनगर स्टेट के तालुके का है / इस तालुके के नीचे 42 गाँव हैं, जिनकी सार संभाल यहाँ का तालुकदार करता है / यहाँ पोस्टऑफिस, सरकारी स्कूल और कन्याशाला भी है, स्टेशन यहाँ धोलाजंकसन है, जो तीन कोश के फासले पर है / इसमें श्रीमालीजैनों में मूर्तिपूजकों के 20 और स्थानकवासियों के 90 घर हैं / गाँव में एक गुंबजदार छोटा पर अतिमनोहर जिनालय है, जिसमें सर्वाङ्गसुंदर दो फुद् बडी वादामीरंग की मूलनायक श्रीअजितनाथस्वामी की प्रतिमा विराजमान है। इसके पवासन पर लिखा है कि 14-" संवत् 1867 वर्षे शाके 1773 प्रवर्त्तमाने उत्तरायणगते श्रीसूर्ये उत्तरगोलावलम्बिने मासोत्तममासे शुभकार्ये वैशाखमासे कृष्णपक्षे तिथौ षष्ठीश्रीवुधवासरे श्रवणनक्षत्रेब्रह्मायोगेतदिने सूर्योदयादिष्ट घटी४ तत्समयेवृषलग्ने वहमाने लग्नाधिपो भृगुलग्ननवांशे तृतीये मीनाख्ये गुरुदैवतेऽस्यां शुभग्रहनिरीक्षितकल्याणवतीवेलायां
SR No.023536
Book TitleYatindravihar Digdarshan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYatindravijay
PublisherSaudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
Publication Year1935
Total Pages222
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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