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________________ ( 139 ) 35 खाखरेची मालियाठाकुर के ताबे का यह छोटा अच्छा कसबा है, जिसमें ट्रामवे स्टेशन, टेलीफोन, पोस्टऑफिस और अस्पताल है / कसबे के बहार बडा तालाव जो बारहो मास जलपूर्ण रहता है / लजाई गाँव से खाखरेची तक बंबूल की झाडी अत्यधिक होने से रास्ते कंटकाकीर्ण हैं / इसमें 2 उपाश्रय, 1 धर्मशाला और 1 गृहजिनालय है, जिसमें सुपार्श्वनाथ की एक फुट बडी प्रतिमा प्रतिष्ठित है / यहाँ जैनों के 20 घर हैं, जो वीसा श्रीमाली और अच्छे भावुक हैं / इस गाँव के विषय में यह कहावत प्रसिद्ध है किखाखरेचीमा खाखी बावो, माथे धोली धजा / खावा पीवानी खेर सला, न्हावानी छे मजा // 1 // 36 वेणासर कच्छबागड के रण के दक्षिण किनारे पर यह गाँव है, जो मोरबी ताबे 480 मनुष्यों की आबादीवाला है। इसके चोतरफ जंगली-प्रदेश कहीं ऊंचा, कहीं नीचा और कहीं समतल है / जंगल में सणी, करीर, खेजडी और बंबूल के छोटे झाड सिवाय बडा झाड एक भी नहीं है / खाखरेची से वेणासर तक मार्ग मारवाड के समान सामान्य रेतीवाला है। गांव में मीठे पानी का कुआ एक
SR No.023536
Book TitleYatindravihar Digdarshan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYatindravijay
PublisherSaudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
Publication Year1935
Total Pages222
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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