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________________ (93) 78 जमणपुर-- __यहाँ श्वेताम्बर जैनों के 10 घर, एक उपासरा, एक धर्मशाला और एक जिनमन्दिर है / मन्दिर में भगवान् श्रीचन्द्रप्रभस्वामी की दिव्य मूर्ति स्थापित है। इस गाँव के जैन साधुओं से भडकनेवाले हैं और भक्तिभाव से कोशों दूर रहनेवाले हैं। 76 अड़िया - इस गाँव में श्वेताम्बर जैनों के 20 घर, एक उपासरा और एक जिनमन्दिर है, जिसमें भगवान् श्रीशीतलनाथस्वामी की मूर्ति बिराजमान है, जो प्राचीन और दर्शनीय है / यहाँ के जैन बेसमझ, भक्तिभाव शून्य और धार्मिक प्रेम से रहित हैं। यहाँ उपदेशक की और साधु विहार की पूरी आवश्यकता है / 80 कुणघेर यह एक छोटा गाँव है, इसमें श्वेताम्बर जैनों के 10 घर, एक छोटा उपासरा और शिखरबद्ध जिन मन्दिर है, जिसमें श्रीशान्तिनाथ भगवान् की भव्य मूर्ति स्थापित है। इस गाँव के जैन धर्मभावना रहित होने से नाम मात्र के ही जैन हैं / यहाँ मन्दिर की सफाई और पूजा का प्रबंध भी ठीक नहीं हैं। 81 पाटण महसाना जंक्शन से 25 मील पश्चिमोत्तर इस नाम का रेल्वे स्टेशन है / गुजरात देश के बडौदा राज्य के काडे विभाग में सरस्वति नदी के किनारे पर यह कसबा सवडिवीजन का सदर
SR No.023534
Book TitleYatindravihar Digdarshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYatindravijay
PublisherSaudharm Bruhat Tapagacchiya Shwetambar Jain Sangh
Publication Year1925
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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