SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 466
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (2) मानना कर्तव्य ही है / इनके सिवाय काशीवासी श्रीरामनाथलाल 'सुमन' द्वारा भी संशोधन कराया गया है। ___ छठा भाग तैयार कराने का भी विचार है और यथासंभव शीघ्र ही उसका कार्य प्रारम्भ हो जायगा / विद्वानों से निवेदन है कि अपनी 2 बहुमूल्य सम्मतियां भेजकर अनुगृहीत करते रहें, जिससे इस सीरीज़ को सर्वाङ्ग सुन्दर बनाने में कसर न रहे। लेखक महाशय ने इसके तैयार करने में अनेक लेखकों की फुटकर कृतियों, कविताओं, लेखों श्रादि से तथा समाचार-पत्रों से सहायता ली है, अतः उन सब का आभार स्वीकार करते हैं। बीकानेर ता. 1-5-28 ई० भैरोंदान जेठमल सेठिया निवेदक
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy