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________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा ~~~ शाल लोई पट्ट चकमा और ऊनी वस्त्र बहुत बढ़िया बनते हैं। केशर और कागज़ तो काश्मीरी काग़ज़ और काश्मीरी केशर ही के नाम से प्रसिद्ध हैं काश्मीर में श्रीनगर के मियाय कोहमरी या मरी,कोहाला,घारामूला, चश्मेशाही, इस्मानाबाद (अनन्तनाग) मटन (मार्तण्ड कुण्ड) अलबल, शालामार, निसात बाग, गन्धर्वल, खीरभवानी, और पापर दर्शनीय है। इनमें से काहमरी रावलपिण्डी से तीस मील की दूरी पर धरती से आठ हजार फुट ऊंचा स्थान है। यहां पर भी तारऑफिम, पोष्ट आफिस, डाक्टर और अस्पताल आदि है। यहाँ के बाज़ार में सब चीजें अच्छी मिलती है। लेकिन यहां और श्री. नगर में आटा खराब मिलता है / कोहह्मरी और श्रीनगर में सफेदा और चुनार नाम के वृक्ष, सड़कों के दोनों और बड़े मनोहर जान पड़ते हैं। चश्मेशाही का पानी ठण्डा होता है। इस पानी में यही विशेषता है। अनन्तनाग में ऊनी आसन, अछबल का स्वास्थ्यकर जल. शालामार और निसातबाग के फूल फुलवाड़ी और जल प्रपात, गन्धर्वल में सिन्धु नदी का सौन्दर्य और फलों की बहार,
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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