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________________ हिन्दी-बाल-शिक्षा दूरी तक सुनाई पड़ता है ! जो इसका शब्द सुनेगा उसकी बीमारी मिट जायगी, और जो बीमारी होने वाली होगी, वह छह महीने तक न होगी / इतना कह कर देवता अपनी जगह चला गया वासुदेव ने वह भेरी भरीकार (भेरी बजाने वाले) को सौंप दी / तथा कह दिया कि इसे छह छह महीने बाद बजाना और हमकी रक्षा करना / यह आज्ञा देकर बासुदेव अपने महल में चले गये। दमरा दिन हुआ।अनेक राजाओं के समक्ष वासुदेवने भेरी बजबाई / भरा का बजा ना था, कि तमाम राग मिट गया। दूर देश में रहने वाला एक धनिक रोगी भेरो के माहात्म्य को सुनकर द्वारका की ओर आ रहा था! दुभाग्य से वह इतना दूर रह गया कि मेरी के शब्द को न सुन सका। जब वह पाले हारका में आया,तो सोचने लगा-~-अब क्या होगा? मेरी वह महीने बाद बजेगा और तब तक मेरा जीवित रहना कठिन है / इस प्रकार सोचते विचारते, उसे एक उपाय मझा। उसे म्वयाल आया-~~ जब भेरीके शब्द सुनने मात्र से रोग नष्ट होजाते हैं, तब उसके चमड़ को विमकर पी जाने से रोग क्यों नष्ट नहीं होंगे? इसलिये भेरी वाले
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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