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________________ (11) श-छ-श्छ निश्छल, निश्छेद / शत-इतनश्वर,किश्ती। श। श्न प्रश्न, रोश्नाई / श+म-यम चश्मा, काश्मीरी श+य-श्य श्याम, कश्यप। श+र-श्रश्रवण, मीमान् / ष संयोग +क-धक शुष्क, पुष्कर / षट-ष्ट इष्ट, कष्ट। ष्ठ- आन, पृष्ठ। +DKण उष्ण,कृष्ण। xप-प पुष्प, वाष्प +फ-एफ निष्फल / एम-डम ऊम्मा। घ+य-व्य मनुष्य, पुष्य / -व-व विष्वक् / ससंयोग म। क क तस्कर, तिरस्कार | म+ख-स्ख श्खनन / मत-स्त विस्तार, विस्तृत म+ध-स्थ स्थान,स्थिति। मान-मन- स्नान, स्नेही / म+प-स्प परस्पर, स्पद्धां। म+फ-स्फ स्फुरण, स्फीत / स+म-स्म विस्मय, स्मर। म्+प-स्प तपस्या, शस्य। म्र-स्त्र सहन, अजन। म+ल-स्ल नस्ल तस्ला / म+स्व स्वामी, तपस्वी / म-स-सस हिस्सा,गुस्सा। हसंयोग ह+ण-ह अपराह्न। ह+नह वह्नि, अहि। ह+मम्म ब्राह्मण, जिह्म / ह+य-ह्य वाह्य, सह्य / /
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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