________________ कलश मंगल रूप माना गया है। हम सब भार. तवासी हैं / ऋषभदेव नाभिराजा के लड़के थे। पाठ पांचया एक भेड़ खत में चर रही थी। शिकारी जानवर उसके पीछे दौड़े। भेड़ भागी ।भागते भागते किसी झाड़ी में छिप गई। उसे किसी ने दख न पाया ।झाड़ी मे बहुत सी कॉपलें थीं। कुछ देर बाद वह भेड़ कोपलें खान लगी / झाडी सूनी हो गई / शिकारी जानवरों ने उस देख लिया और पकड़ लिया। सच है