________________ (12) जब किसी व्यञ्जन में'ऋ'जोड़ा जाता है,तब उसका रूप ऐसा हो जाता है। जैसे-+-कृ-कृपा / ये तीन स्वर संस्कृत में ही काम आते हैं / ए ऐ ओ औ अं अः देव देह सेठ सेव चैन चैत +ओ=चो. चोट चोर औ=को कौन कौआ जैन जैसा म्+ओ=मो मोर मोल म्+औ=मो मौन मौत भंग छ+अ छः