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प्रकाशकोय वक्तव्य
प्रस्तुत ग्रंथ 'अलंकार-धारणा : विकास और विश्लेषण डॉ० शोभाकान्त मिश्र, प्राध्यापक, पटना कॉलेज की मौलिक कति है। डॉ. मिश्र एक अनुभवी लेखक तथा विद्वान हैं। आशा है, यह ग्रंथ छात्रों के लिए उपयोगी होगा। ___ इस ग्रंथ का मुद्रण-कार्य हिन्दुस्तानी प्रेस, भिखनापहाड़ी, पटना-४ ने किया है । आवरण-शिल्पी पटना स्कूल
ऑफ आर्ट्स के प्रोफेसर श्री श्याम शर्मा हैं और प्रफसंशोधन का कार्य श्री लालबहादुर प्रसाद ने किया है। ये सभी हमारे धन्यवाद के पात्र हैं।
प्रसाद
पटना दिनांक ६-५-१९७२
निदेशक बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी