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________________ ३९६ तिङन्तार्णवतरणिः-तकारादिपरस्मैपदानि । त्वच-संवरणे- लट् लिट् लुद लुङ, प्र. ए. त्वचति तत्वाच त्वचिता अत्वचीत-अत्वाचीत लड् अत्वाचिष्यत् . लप-फ-वृप्ता-लट् तृपति-दृफति तुष-मुंफ-तुब-तुंभ-हिंसायां- लंद - प्र. ए. तुंपति-तुंफति-तुंबति-तुंभति लिट प्र. ए. तुतोफ-तुतुंफ-तुतुंब-तुतुंभ तापिता-तुंफिता-तोभिता शेषंतुदधातुवतसुण-कोटिल्ये-लद तुति लिट् तुतोण लुद तोणिता वहू-वंहू-हिंसा-लद लिट् लुद म. ए. तृहति-वृंहति सर्तह-तद्वंह तर्हिता-वृंहिता तिलस्नेहे- लट् लिट् लुट् . लट् लुङ, खड। प्र. ए. तिलति तितेल तेलिता तेलिष्यति अतेलीत अलिष्यत सह-हिंसायां-तढितंचू-संकोचने-सक्ति-तक्तः लट् लिट् लुह प्र. ए. संचति ततंच- अतंचिष्यत ततंचिय ततंथ्य बङ तक्ता-तंचिता- अतंचीत-अतांतीत- अतंत्यत वणु-पढने- उ. लद लिद लुद खट् लोद प्र. स. पृणोति ततर्ण तर्णिता तर्खियति तृणोतु-वृणुतात तनुविस्तारे-लद- तनोति-तनुतः द्वि० तन्वः-तनुवः-तन्मः-तनुमःलिट्- ततान-तेनतुः लुङ, अतानीत तुभ-हिंसा-ना-लद तुम्नाति- तुभान . जि-हिंसावलादाननिकेतनेषु-णिच्- लट् . लुङ, प्र• ए• तुंजयति अतुतुंजत् तुज-दतिकेचित्- सट लिट् लुङ, प्र. ए ताजति ताजयामास अत्तुजत आता यष्यत् मम् लड
SR No.023457
Book TitleTidantarnavatarani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanvada Gopalkrishnacharya Somayaji
PublisherE J Lazarus and Co
Publication Year1897
Total Pages620
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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