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________________ ( २ ) के लिए आज ही आर्डर दीजिये। मूल्य सजिल्द का ५) अजिल्द का ४) डाकखर्च अलग। शांतिनाथ चरित्र इस पुस्तकमें जैनोंके सोलहवें तीर्थङ्कर भगवान शान्तिनाथ स्वामीका चरित्र ( संपूर्ण बारह भवों का) मय चित्रों के दिया गया है। इस पुस्तक का संस्कृत पुस्तक से हिन्दी अनुवाद किया गया है। अगर आप प्राचीन घटनाओं को नवीन औपन्यासिक ढङ्गपर, पढ़ने की इच्छा रखते हैं, अगर आपको शान्ति का अनुसरण करना है, अगर आप सामायिक पौषध आदि.धर्म क्रियाके .समय ज्ञान-ध्यान करना चाहते हैं, तो इस पुस्तक को अवश्य मँगवाइये। बड़ी खबीयह की गई है, कि प्रत्येक कथापर एक एक हाफटोन चित्र दिया गया है, जिनके अवलोकन मात्रसे मूलका आशय चित्तपर अंकित हो जाता है। जैन संप्रदायमें यह एक नयी बात की गई है। त्रियों के लियेयह ग्रन्थ अतीव उपयोगी एवं शिक्षाप्रद है, अगर आप अपनी स्त्रियोंके हृदयमें उदारता, क्षमता, आदि गुणोंका समावेश कराना चाहते हैं, अगर :आप अपनी पुत्रीको शिक्षिता
SR No.023180
Book TitleAdinath Charitra
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorPratapmuni
PublisherKashinath Jain Pt
Publication Year1924
Total Pages610
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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