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________________ (39) निच्चं हीइ सइ तस्स ( 40 ) तस्स नमति (41) पूया नाण दाण कजम्मि ( 42 ) णं स सिध्धचक्कस्स कुवलयमाळा संदर्भ अरह जाणइ सव्वं अरहा सव्वं पि पासइ समक्खं अरहा भासइ सच्चं अरहा बंधु तिहुयणस्स अरहा भासइ धम्मे अरहा धम्मस्स जाणए भेयं अरहा जियाण सरणं अरहा बंधं पि मोएइ अरहा तिलोय पुज्जो अरहा तित्थंकरो सुधम्मस्स अरहा सयं पबुद्धो अरिहा पुरिसोत्तमो लोए अरहा लोग पदीवो अरहा चक्खू जयस्स सव्वस्स अरहा तिण्णो लोए अरहा मोक्खं परुवेइ एस करेमि पणामं अरहंताणं विसुद्धकम्माणं सव्वातिसयसमग्गा अरहंता मंगलं मज्झ उसभाईए सव्वे चउवीसं जिणवरे नम॑सामि होहिंति जे वि संपइ ताणं पि कओ णमोक्कारो ओसप्पिणि तह अवसप्पिणीसु सव्वासु जे समुप्पण्णा तीताणागयभूया सव्वे वंदामि अरहंते भरहे अवरविदेहे पुव्वविदेहे य तह य एरव पणमामि पुक्खरद्धे धायइ संडे य अरहंते अच्छंति जे वि अज्ज वि णर तिरिए देव णरय जोणीसु गाय भवेसु य भविए वंदामि तित्थयरे तित्थयर णामगोत्तं वेएंते वद्धमाण बद्धेय बंधिंसु जेवि जीवा अजं चिय तेवि वंदामि विहरंति जे मुणिंदा छउमत्था अहव जे गिहत्थाण उप्पण्ण णाण रयणा सव्वे तिविहेण वंदामि जे संपइ परिसत्था अहवा जे समवसरण मज्झत्था देवच्छंद गया वा जे वा विहरंति धरणियले 275 ||11| 112 11 11311 11411 11511 11611 11711 118 11 11911 ||10|| || 11 || ||12||
SR No.022757
Book TitleNavpad Manjusha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmityashsuri
PublisherSohanlal Anandkumar Taleda
Publication Year2005
Total Pages654
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size38 MB
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