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॥ ॐ नमः सिद्धेभ्यः ॥
प्रभंजन- चरित |
( संस्कृतका हिन्दी रूपान्तर । )
लेखक
महरौनी (झाँसी) निवासी पं० घनश्यामदास जैन, न्यायतीर्थ,
प्रधानाध्यापक,
दा०रा०सेठ स्व०हु० दि ० जैनमहाविद्यालय — इन्दौर |
8968
प्रकाशक
मैनेजर - जैनग्रन्थ कार्यालय, ललितपुर (झाँसी)
प्रथमावृत्ति }
वीरनि०सं० २४४२ सन् १९९६
{ मूल्य ।)