________________
ॐ श्री परम गुरुभ्यो नमो नमः *
卐 मंगला चरणम् धन
本本案
(दोहा)
ॐ अर्ह पहिले नम् सुखसागर भगवान 1 जिन हरि पूजेश्वर नम्वीर करें कल्याण ॥
पुण्य विवेक दयामयी जिन काणी जयकार । बुद्धि शुद्धि मेरी करें वाणी-विशद-विचार ।।
महा महिमशाली हुए महाराजा श्रीचन्द । यह चरित्र उनका लिखु पढो सुनो सानन्द ।।