________________
॥ श्री गोडी पार्श्वनाथाय नमः || ॥ प्रभु श्रीमद् विजय राजेन्द्रसूरीश्वराय नमः ॥
श्री ज्ञानसागरजी गणि शिष्य रचित श्री धन्यकुमार चरित्र
हिन्दी भाषांतर
*भाषांतरकार * अ.सौ. प्रेमलता सूराणा
* संपादक - संशोधक * मुनिराज श्री जयानंद विजयजी
*प्रकाशक*
गुरु श्री रामचंद्र प्रकाशन समिति, भीनमाल (राज.)
* मुख्य संरक्षक * मुनि श्री जयानंद विजयजी म. आदिठाणा की निश्रा में चातुर्मास उपधान २०६५ में शत्रुजय तीर्थ में करवाया उस निमित्ते
लेहर कुंदन ग्रुप श्रीमती गेरोदेवी जेठमलजी बालगोता परिवार, मेंगलवा, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, हरियाणा