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________________ [४] ८ इन्द्रिय-सन्नी मनुष्य इन्द्रिय पावे पांचं ही; तथा अनिन्द्रिय। ९ समुद्घात-सन्नी मनुष्य में समुद्घात पाये सातों ही १. सन्नी-सन्नी मनुष्य मन्नी हैं, असन्नी नहीं तथा तेरवां चवदां गुणस्थान आसरी नोसन्नी नोअसन्नी है। ११वेद-सन्नी मनुष्य में वेदपावे तीनुं ही,तथा अवेदी है १२ पाजति--सन्नी मनुष्य में पर्याप्ती पावे छहुंही। १३ दृष्टी- सन्नी मनुष्य में दृष्टी पावे तीनही । १४ दर्शन--सन्नी मनुष्य में दर्शन पावे चारुं ही। १५ नाण-- सन्नी मनुष्य में ज्ञान पावे पांचुं ही। अन्नाण--सन्नी मनुष्य में अज्ञान पावे तीन ही। १६ योग--- सन्नी मनुष्य में योग पावे पन्द्रह, तथा अयोगी। १७ उपयोग-- सन्नी मनुष्य में उपयोग पावे बारह ही। १८ आहार---- सन्नी मनुष्य २८८ बोलों का आहार लेते हैं, जिन में दिशी आसरी नियमा छहुं दिशी का तथा अनाहारीक । १६ उववाय- सन्नी मनुष्य एक समय में
SR No.022356
Book TitleLaghu Dandak Ka Thokda
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages60
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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