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वैतेथी शतु हमें अर्धमान एटले दाई प्रभु ॐ
雙味
चपे जोजना जालनं ॥
प्रबुर/मा' चहा ।।
खा
तेथ सर्वमा' नागकुमाराट्रीक' नवनीकर यवानादनुमाने दल गो नागाईनवरू ।।
र जोजन क
तेथ अंतरमं भूवन देते अर्धश्मा लें ताबा १२
॥ पो लाही'नं दीए जोजन गर
भूले
॥१५॥
दिमाज' पर्वत देवी में ४० आली सासाद | दिगाय' जिरि सुचना || इहें प्रेसि जित प्रासाद दें कंचन शिश्ने वीर एक हजार जिला साद वें 800
दर्देप्रसी केस इंगसह सो सितेरंशसाट मोहोटी नदीयोने सत्रमिदानई।