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॥ २४ नमः ॥ सहस्रावधानी काली सरस्वती विरुद्धारक युगप्रधान
प्राचार्य श्री मुनिसुन्दर सूरीश्वरजी विरचित अध्यात्म कल्पद्रुमाभिधान न्या
(मूल, श्लोकार्थ, विवेचन)
विवेचक फतहचन्द श्रीलालजी महात्मा
प्रकाशक फतहचन्द श्रीलालजी महात्मा व्यवस्थापक-श्री सातवीस देवरी जैन दिर
फिला चित्तौड़गढ़
तथा श्री जैन धर्मशाला स्टेशन चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)
रक्षाबन्धन
वीर संवत् २४८४। प्रथमावृत्ति १००० । रक्षाबन्धन विक्रम संवत् २०१५ मूल्य-पांच रुपये । २६ अगस्त १९५८
अग्रिम ग्राहकों की सेवा में डाक खर्च सहित ५) में ।