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आद्यंत | ए. | ब. | त्र. | चो. पां.| छ. | सा.
॥ इति आद्यन्त अंकशोधक मेरु ॥ ॥ अथ भांगानो मेरुविधि ॥
पूर्ववत् मेरुयंत्र बनाववो, जेटला ठाम होय तेटला उभी पंक्तिमा खाना करवा, अने जेटला जीव होय तेटला छेल्ली पंक्तिमां आडा खाना करवा, पहेली पंक्तिना उभाखानामां अनुक्रमे एकथी चडता अंको भरवा, दरेक पंक्तिना छेल्ला खानामां तेनी डाबी