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एवं जाव वेमाणिएहिंतो, नवरं ओरालियसरीरेहिंतो जहा जीवेहिं, असुरकुमारे णं भंते! जीवातो कतिकिरिए?, गो०! जहेव नेरइए चत्तारि दंडगा तहेव असुरकुमारेवि चत्तारि दंडगा भाणितव्या, एवं च उवजिऊणं भावेयव्वंति, जीवे मणूसे य अकिरिए वुच्चति, सेसा अकिरिया न वुच्चंति, सव्वजीवा ओरालियसरीरेहिंतो पंचकिरिया, नेरइयदेवेहितो पंचकिरिया ण वुच्चंति, एवं एक्वेकजीवपदे | चत्तारि २ दंडगा भाणितव्वा, एवं एतं दंडगसयं, सव्वेवि य जीवादीया दंडगा २८३ कति णं भंते! किरियाओ पं०?, गो०! पंच किरियाओ पं० २०-कातिया जाव पाणातिवातकिरिया, नेरइया णं भंते! कति किरियातो पं०?, गो०! पंच किरियातो पं० तं०-कातिया जाव पाणातिवायकि०, एवं जाव वेमाणियाणं, जस्स णं भंते! जीवस्स कातिया किरिया कजइ तस्स अहिगरणिया किरिया कजति जस्स अहिगरणिया कजति तस्स कातिया कजति?, गो०! जस्स णं जीवस्स कातिया कजति तस्स अहिगरणी नियमा क० जस्स अहिगरणी क० तस्सवि काइया नियमा कज्जति, जस्स णं भंते! जीवस्स काइया० किं तस्स पादोसिया० जस्स पादोसिया० तस्स काइया किं० ०?, गो०! एवं चेव, जस्स णं भंते! जीवस्स काइया कज्जइ तस्स पारियावणिया कज्जइ जस्स पारियावणिया जइ तस्स कातिया जइ?, गो०! जस्सणं जीवस्सकाइया किरिया जइ तस्स पारितावणिया सिय
जइ सिय नो जइ जस्स पुण पारियावणिया० तस्स काइया नियमा जति, एवं पाणाइवायकिरियावि, एवं आदिलाओ परोपरं नियमा तिण्णि कजति, जस्स आइलाओ तिन्नि जति तस्स उवरिल्लाओ दोनि सिय कजति सिय नो कजति जस्स ॥ श्री प्रज्ञापनोपांगम् ॥
पू. सागरजी म. संशोधित
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