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गो०! संखेज्जवासाउ० नो असंखेज्जवासाउ०, जइ संखेज्जवासाउय० किं पञ्जत्तगसंखेज्जवासाउयगभ० अपज्जत्तगसंखेजवासाउयगब्भ०?, गो०! पूजत्त० हितो० नो अपज्जत्तसंखेन्जवासाउएहितो०, जइ परिसप्पथलयर० किं उत्परिसप्पथलयर० भुयपरिसप्पथलयर०?, गो०! दोहितोवि उववजंति, जइ उरपरिसप्पथलयर० किं संमुच्छिमउरपरिसप्प० गब्भवतियउरपरिसप्प०?, गो०! संमुच्छिमेहिंतोवि गब्भवतिएहिंतोवि उववज्जति, जइ संभुच्छिम्रपरिसप्पथलयर० किं पज्जत्तएहिंतो अपज्जत्तगेहिंतो०?, गो०! पज्जत्तगसमुच्छिमेहिंतो नो अपज्जत्तगसमुच्छिमेहिंतो उववजंति, जइ गब्भवक्कंतियउरपरिसप्पथलयर० उवव० किं प्रज्जत्तएहितो अपज्जत्तएहितो०?, गो०! पजत्तगगब्भवतिएहितो नो अपज्जत्तगब्भवक्कंतिएहितो उवव०, जइ भुयपरिसप्पथलयरपंचिंदिय० उववज्जति किं संमुच्छिमभुयपरिसपथलयर० गब्भवक्कंतियभुयपरिसप्पथलयर०?, गो०! दोहितोऽवि उववजंति, जइ समुच्छिम्भुयपरिसप्प० किं पजत्त्यसमुच्छिमभुयपरिसप्प० अपज्जत्त्यसमुच्छिम्०?, गो०! पजत्तएहिंतो उववजति नो अपज्जत्तएहितो०!, जइ गब्भवतियभुयपरिसप्पथलयर० किं प्रज्जत्तएहितो अपज्जत्तएहिंतो उवव०?, गो०! प्रज्जत्तएहिंतो उवव० नो अपज्जत्तएहितो, जइ खहयरपंचिंदिय०! किं संमुच्छिमखहयरपंचिं० गब्भवक्कंतियखहयर०?, गो०! दोहितोऽवि, जइ संमुच्छिमखहयर० किं पजत्तएहितो० अपज्जत्तएहितो उवव०?, गो०! पज्जत्तएहितो० नो अपज्जत्तएहितो, जइ पजत्तगगब्भवक्कंतियखहयर० किं संखेन्जवासाउएहितो. असंखेज्जवासाउएहिंतो उवव०?, गो०! संखिन्जवासाउएहितो ॥ श्री प्रज्ञापनोपांगम् ॥
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पू. सागरजी म. संशोधित
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