________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
देवसूरतपागच्छ समाचारीसंरक्षक - सुविहितसिध्धांतपालक
बहुश्रुतोपासक - गीतार्थ - चारित्रचूडामणि- आग्मोध्धारक पूज्यपाद आचार्यदेवेश श्री आनंदसागरसूरीश्वरजीमहाराजा संशोधित - संपादित ४५ आगमेषु
॥श्री जीवाजीवाभिगमोपांगम् ॥
• आलेखन कार्य - प्रेरक - वाहकः
प्रवचन प्रभावक पू. आ. श्री हेमचन्द्रसागरसूरिजी म.सा. शिष्यरत्न पू. गणिवर्य श्री पूर्णचन्द्रसागरजी म.सा.
• आलेखन कार्य वाहक संस्था
पूज्यपाद सागरजी महाराजा संस्थापित जैनानंद पुस्तकालय - सुरत
Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir
For Private And Personal