________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir सस्कार धानं॥ पतिदैवतंतूष्णीनिरूप्यपोक्ष्यच॥ त्यागकालं अष्टानगयुतसंख्याहुनिपर्याप्नचर्चा भास्कर // 34 // ज्यद्रव्यंयथामंत्रलिंगदुर्गायअमयेविष्णवेचनममेतित्यागंकुर्यात्॥प्रयमंगणेशायवरा हुनिंदत्वाअन्वाधानोक्तरीत्या हवनकार्य। पूजास्तिऐतिकमेण होमशेषसमाप्यदशविप्रानो जयेदिनि। हवनाहुतिक्रमोयथा॥आज्यभागांतेपूर्वअम्बेअम्बिकतिमंत्रणदुर्गाये चर्चा हुनयः Hin68 // वन्नोऽअमेनिअमयेच हुनयः 1668 // इदं विष्णुरितिविष्णवेच;हुतयः१६६८ अनंतरंअम्बेदुर्गा. आज्याहुतयः 1668 // बन्नो अग्नयेआज्याहुतयः १६६८॥इदं // 34 // / विष्णवे आज्याहुतयः 1668 // एवमेवप्रकारेण सर्वाहुतयः 10008 अष्टोत्तरायुना मवेति॥ For Private and Personal Use Only