________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir // 311 // संस्कार , सिहिङ्क तमसिहिट्रियमाणमस्युद्गीथमस्युगीयमानमसिावितमसि त्याथायितुमस्या | भास्कर |सन्दीप्तमसिधिसूरसिप्रारसिज्योनिरस्य॒न्नमसिनिधनमसिसँवर्गोसीति॥९॥ अयैनम || द्यच्छनि॥आमोस्याम हितेमयि॥सहिराजेशानोधिपति समाराजेशानोधिपतिङ्करोत्यि ति॥१०॥ अथैनमाचामुनि॥ तत्सवितुर्बुरेण्यंमधुघाताऽकायतेमधुक्षरन्तिसन्धयः ॥माध्वी सन्षधी भूः स्] हा॥११॥ मुर्गोदेवस्यधीमहि।मधुनुक्तसुतोषसोमधुमाथि वर्ट रज॥मधुयोरस्तुन पितामुक स्वाहा॥१२॥धियोयोन पचोदयात्।। मधुमान्नोचना | // 31 // स्मृतिर्मधुमा 2 // अस्तुसूर्यः॥माधीर्गाचोभयन्तुनः // स्वःस्वाहेनिसर्याश्च सावित्रीमन्याहस् // For Private and Personal Use Only