________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir // 34 // संस्कार तामा०॥१॥ ब्राह्मणं॥ॐ मनोजूतिर्जुष०॥१॥ एषवैप्रमूर्नाम०॥१॥एपधिमूर्नाम॥ भास्कर // 2 // एषवेव्यष्टिर्नाम०॥३॥एषवैचिधृतिर्ना०॥४॥ एषवैव्यागृति म०॥५॥एषवाडऊ जस्चान्ना // 6 // एषवैपयुस्चान्ना०॥७॥ एषब्रह्मवर्चसी०॥८॥एष अतिव्याधीन ॥९॥एपदीर्घानाम // 10 // एपचेक्लमिर्नामः॥११॥ एषवैपतिष्ठाना // 12 // ॐ प्रति ठासप्रतिष्टितमस्त॥दंपत्योरविच्छिन्नाप्रीतिरस्त॥ ततोवरोवध्वैपरिधानार्थवासोदद्यात् // कुमार्यावासः परिधानं॥ ॐ जराङ्गच्छपरिधत्स्ववासोमवारुष्टीनामभिः // 30 // शस्तिपावा॥ शनन्यजीवशरदः सवारयिंचपुत्रानतुसंव्ययस्वायुष्मतीदम्परिधत्स्य / For Private and Personal Use Only