________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir पर फूप. अनत्र संभा. // 17 // प्रकरणानि // प. प. प्रकरणानि 343/26 अथबालवैधव्य हरविष्णुमूर्तिदानं 35125 अथार्कीविवाहांगहोमः |245/12 अथार्कीविवाहनिर्णयः अनादिष्टप्रायश्चित्तनिर्णयः |347/2/3 अत्रशोनकोक्तहोमप्रकार: अनादिष्टप्रायश्चित्तमयोगः |348 2/3 अथार्कीविवाहप्रयोगः इतिसंस्कार भास्करपया नुक्रमणिकासमाप्ता. श्लोक:॥ // आदित्ये कपिलोनामपिंगल: सोमउच्यते॥धूमकेतुस्नयालोमेजदूरोमिधे स्मृतः॥१॥ बृहस्पतौशिरचीनामशकेभवतिहाटकः॥ शनैश्चरेमहातेजाराहोके तोहुँता सनः॥२॥ // 17 // For Private and Personal Use Only