________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandie संस्कार / इदंप्रजा०॥ ॐ अमयेमिष्टरुते इदं // तनःसंवपाशनादिप्रणीतापिभोको होमशेषसमाप्य भास्कर // 234 // तनोमातुरंकेब्रह्मचारिणमुपवेश्य। एकस्मिन्पावेशीतास्वप्मूष्णा आप आसिंचति॥उदकासेकम विशेषः / ॐउष्णेन केशश्मश्रुवपेति॥अथाबनवनीतपिंडंपास्पनि॥ तन उदकमादायदक्षि णगोदानसंदति // ॐ सवित्रापसूताइनिमंत्रण॥ ततः त्र्येण्याशलल्यापिनयति॥वीणिकुश तरुणान्यनर्दधानि॥ॐओषधेत्रायम्वइतिमंत्रेण॥नायपरिष्कृतायसक्षुरयहणं॥ ॐ शियोना मासि इनिमंत्रेण // ततःकेशकुशक्षुरसंलगीकरणं॥ॐ निवर्तयाम्या इतिमंत्रेण॥छे | // 234 // |दनमंत्ररू॥ॐयेनावपत्सयि इनिमंत्रणपछियानडुहेगोमयपिंडेपास्यत्युत्तरतोप्रियमाणे॥ For Private and Personal Use Only