________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir उदुत्तमम् स्यामस्वा इदंवरुणायादित्यायादितये // 12 // ॐ प्रजापतयेस्वा. इदंप्रजाप० // 13 // ॐ अमयेविष्ट रुतेस्वाहाइदममयेषिष्टकतेन // 14 // तनःसंस्त्रयप्राशन।पवित्रायो |मार्जनं॥ अनौपवित्रपतिपत्तिः॥पूर्णपात्रवरयोरन्यतरस्यब्रह्मणेदान॥तचनाम्मादिपात्राप णीताविमोकः // ॐ आपःशियाइतिमंत्रणप्रणीताविमोकोदकेनमूनिपिंचेत्॥ थेब्रह्मचारिणमाचार्यः सर्ट शास्ति॥ब्रह्मचार्यसीत्याचार्योवदनि॥ भवामीतिब्रह्मचा शिवदति // आपोशान॥ इत्याचार्यः॥अशनानि // इनिब्रह्मचारी॥कर्मकुरु ॥इत्याचार्यः॥ करवाणि // इतिब्रह्मचारी॥मादिवासुषुप्याः। इत्याचार्यः॥ नवपामि॥ इनिब्रह्मचारी।। For Private and Personal Use Only