________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir पेयादिषड्रसेञ्चसमन्वितं॥ सुक्ष्वदेविगणैर्युक्तारक्षमेसुतसूतिके॥१॥ॐ आर्द्रायः करिणीयष्टींसवर्णीहेममालिनी।सूर्याहिरण्मयींलक्ष्मीजातवेदोममावह॥ ॐ भू.वि. नैवेद्यस० // इदंफलंमयादेविस्थापितंपुरतस्तव॥ तेनमेपरितुष्टावंरक्षबालंचसूतिका॥ ॐ याः फलिनी०॥ ॐ भू०वि० फलंस.॥नागवल्लीदलंरम्यंपूगीफलसमन्वितं॥ भद्रेगृहाणतांदूलंपाहिमेसुतसूतिके॥ ॐ आर्द्राम्पुष्करिणींपुष्टींपिंगलांपमालि नीं॥ चन्द्राहिरण्मयींलक्ष्मीजातवेदोममाह // ॐ भू.वि. तांबूलंस०॥हिरण्यगर्ने | तिदक्षिणां० ॐ भू. वि दक्षिणांस // कदलीगर्भसंधूतंक:रंच प्रदीपिन॥आरानि / For Private and Personal Use Only