________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir मारकर संस्कार | // 2 // ईन्याहसनप्रतिसक॥मितश्युसभितश्चसमराह ॥३॥कृतसत्य // 11 // ध्रुवश्चधुरुणश्च॥ध चविधूर्ताचविधारयः // 4 // ऋजिच्चसत्यजित्रसेनजिच्च सुषेणैश्च॥ अग्निमित्रश्चदूरेऽ अमित्रश्चगणः ॥५॥ईदृक्षास एमरक्षास ऊषु ण सुदृक्षास प्रतिसदृक्षास एतैन॥मितासश्नुसम्म॑तासोनो अद्यसभरसोमरु तोयुझे अस्मिन्॥६॥स्वतवाँश्रप्रयासीचसान्तपनश्वगृहमेधीच॥कीडीचशाकीचौ वेषि ॥७॥इन्द्रन्दैवीर्चिशौमुरुतो वमनोभन्यथेन्द्रन्दैवीर्बिशोमरुतो वानोम | // 11 // || वन्॥ एवममयजमानुन्दैवीश्चविशीमानुषीश्चानवानोभवन्तु॥८॥इमस्त For Private and Personal Use Only