________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir मुत्तरपूजनं ॐ विश्वानिदेवसवितरितिमंत्रेण॥ ॐ भू० सूर्यादिस्थापितदेवताप्योना म: गंधादिपंचोपचारेःसंपूज्य॥ अनयापूजयामृडामि स्थापितदेवनाश्वप्रीयंता॥ // ततोहुतशेषहविर्द्रव्यंगहिवाब्रह्मान्वारब्धाविष्टकहोमकुर्यात्॥ ॐ अमयेस्विष्टकृते स्वाहा // इदममेखिष्टकतेनमम॥ ॥तनोभूराद्यानवाहुतयः॥ ॐ भूः स्वाहा॥१॥ इदममयेनमम॥ ॐ भुवःस्वाहा॥२॥ इदंवायवेनमम॥ ॐ स्वः स्वाहा॥ 3 // इदसू र्यायन० // ॐ बन्नौ अमेवरुणस्यविद्वान्देवस्यहेड़ो अवयासिसीष्टा ॥वर्जि टोचन्हि तमः शोशुचानोविश्वादेषार्ट सिप्रमुग्ध्य॒स्मत्स्याहा॥ 4 // इदममीवरु For Private and Personal Use Only