________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir संस्कार वास्तोष्यति आ०॥ ॐ नहिस्पशमविदं // 2 // उत्तरेॐ भू० क्षेत्राधिपते इ. इ. क्षे. क्षेत्राधिपतिआ०॥ // इतिक्रतुसाद्गुण्यदेवताः॥ अथपागादितःपीट समंताहिक पालानावाहयेत्॥ // ॐ वातारमिन्द्र०॥१॥पूर्व भू. इन्द्रइ. इ. इंन्इं,आ०॥ ॐ त्वन्नो अग्ने तर्वदेवपायुभिर्मघोनौरक्षतन्वश्ववन्य॥ तातोकस्यतनयेगाम्। स्थनिमेष रक्षमाणुस्तन्ते॥२॥ आमेय्यां ॐ पू० अमेइहाग इ० अ० अमिंभा० ॐ यमायबोगिर ॥३॥दक्षिणे ॐ भू. यमइ. इन्य यमंआ०॥ ॐ असुन्वन्तमय || // 9 // जमानमिच्छस्तेनस्येत्यामन्विहितस्करस्य॥ अन्यमस्मर्दिछुसान इत्यानौदेविनि For Private and Personal Use Only