________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir भू-विष्णो इहा. इ०वि विष्णुं आ०॥ ॐातारमिन्द्रमवितारमिन्द्रर्द हवै हवे सुहा वर्ट शूरमिन्द्रम् // व्हयामिशक्रम्पुरुहूतमिन्द्रः स्वस्तिनोंमघवाधाविन्द्रः॥५॥ |रुवामपाधै॥ॐ भू. इंद्रइहाइ इं॰इंद्रा०॥ॐ अर्दित्यैरास्नासीन्द्राण्याऽ उष्णीषः॥पू पार्मिघायदीष्य // 6 // शुक्रवामपार्चे॥ॐ भू. इंद्राणिइहा. इ.ई. इंद्राणीआ०॥ ॐ प्रजापतेनत्वदेतान्नन्योविश्वारूपाणिपरिनाबभूव॥यकामास्तेजहुमतन्नौआ सुबयट स्यामुपतयोरयीणाम्॥७॥शनिवामपार्च॥ ॐ भू. प्रजापतेइहा इम. प्रजापति आ०॥ ॐ नमोस्तो केचपृथिवीम // वे अन्तरिक्षेयेदियितेपयः For Private and Personal Use Only