________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir ||ॐ अम्बेडअम्बुिकेम्बालिकेनमानयतिकश्चन॥ ससस्स्यश्यकः सुभद्रिकापी लासिनीम् // 2 // ॐ भूर्भु. दुर्गे इ. दुर्गायै. दुर्गाआ०॥ ॐ नहिस्पशमदिन न्यमुस्माद्वैश्वानरासुरः एतारममे / / एमनमवृधन्नमण्ड अमर्त्यधैश्वानरक्षेत्र जित्यायदेवा // 3 // ॐ भू क्षेत्राधिपने क्षेत्राधिपनये क्षेत्राधिपनिआ॥ // तत्रपीठमध्येवर्तुलेद्वादशांगुले मंडले प्रामुखंसूर्यरक्त पुष्पाक्षरावाह्य // ॐ आफू ोनरजसा वर्तमानोनिवेशयन्नमृतमर्यंच। हिरण्ययनसवितारथेनादेवोधात ।मुवनानिपश्यन् // 1 // ॐ भू. कलिंगदेशोद्भवकाश्यपसगोत्ररक्तवर्णप्नोसूर्य इाग / For Private and Personal Use Only